नई दिल्ली: (परमजीत पममा/जसकीरत राजा)
कृषि कानूनों पर सरकार और किसानों के बीच बातचीत के बीच अब केंद्रीय कृषि मंत्री नरिंदर सिंह तोमर का बड़ा बयान आया है नरिंदर सिंह तोमर ने कहा है कि अगर कोई किसान संगठन आधी रात को भी कृषि कानूनों के प्रावधानों के बारे में बात करना चाहता है तो सरकार इसके लिए तैयार है तोमर ने कहा कि अगर किसान संगठन किसान कानून की बात करना चाहते हैं तो सरकार ऐसा करने को तैयार है सिर्फ कृषि कानून को वापस लेने की बात नहीं है पिछले हफ्ते कृषि मंत्री ने कहा था कि सरकार उन किसानों के साथ बातचीत फिर से शुरू करने के लिए तैयार है जो कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे साथ ही उन्होंने किसान संगठनों से कहा कि जहां कहीं भी तीन कृषि कानूनों के प्रावधानों को लेकर कोई आपत्ति है तो वे जोरदार तर्क के साथ अपनी बात रखें किसानों और सरकार के बीच आखिरी बैठक 22 जनवरी को हुई थी अब तक दोनों पक्षों के बीच कुल 11 दौर की बातचीत हो चुकी है किसानों के खिलाफ एक ट्रैक्टर रैली के दौरान व्यापक हिंसा के बाद 26 जनवरी को वार्ता ठप हो गई तीन कृषि कानूनों के विरोध में मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों किसान आठ महीने से अधिक समय से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं इन किसानों को डर है कि नए कृषि कानूनों के लागू होने से एमएसपी पर फसलों की सरकारी खरीद खत्म हो जाएगी शीर्ष अदालत ने तीन कृषि कानूनों के क्रियान्वयन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है और समाधान खोजने के लिए एक समिति गठित की है