हिन्दू मंदिर एक्ट लागू करवाने के लिए शिव सेना हिन्द ने की आंदोलन की शुरुआत

अंबाला (लवजीत/कूनाल तेजी) शिव सेना हिन्द की एक विशेष ऑनलाइन बैठक अंबाला में आयोजित की गई इस मौके पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष निशांत शर्मा और राष्ट्रीय प्रवक्ता व हरियाणा चेयरमैन दीपक शाण्डिल्य व पंजाब चेयरमैन युथ सोनू राणा,मीडिया इंचार्ज रजिन्दर धारीवाल ने पार्टी के पदाधिकारियों व नेताओं को सम्बोधित किया।निशांत शर्मा ने दीपक शाण्डिल्य ने आदित्य पाहवा को बनाया शिव सेना हिन्द का जिला प्रधान पवन वैध को उपप्रधान और रमनदीप सिंह को सचिव बनाया है
इस मौके निशांत शर्मा ने कहा कि शिव सेना हिन्द हिन्दू मंदिर एक्ट को लागू करवाने के लिए आंदोलन की शुरुआत करने जा रही हैउन्होंने कहा इस आंदोलन के तहत पंजाब व हरियाणा के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रियों,सभी सांसदों और विधायकों को मांग पत्र सौंपे जाएंगे उन्होंने कहा कि हरियाणा के बाद उत्तर भारत के सभी केंद्रीय व राज्य सरकारों के मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को ज्ञापन दिए जाएंगे उन्होंने कहा कि हम खटर सरकार से मांग करते है कि आप को जिताने में हिंदुओं ने BJP को वोट देकर पूर्ण सहयोग दिया। पंचायतों के चुनावों में भी हिंदुओं ने BJP को खुले दिल से सहयोग दिया उन्होंने कहा कि अगर आप जल्द से जल्द हिन्दू मंदिर एक्ट लागू करवा देगे तो अगले वर्ष विधानसभा चुनावों में भी हिन्दू BJP को पूर्ण बहुमत से जिताकर आप को एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनायेगे।
शर्मा ने कहा कि हिंदू मंदिरों के पैसे का दुरुपयोग हो रहा है जो कि चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हम हरियाणा के मुख्यमंत्री को मिलकर हिंदू मंदिर एक्ट लागू करने की मांग करेंगे उन्होंने कहा कि हिन्दुओ के खिलाफ साजिश के तहत 1951 में हिंदू धर्म दान एक्ट पास किया गया था इसके तहत केन्द्र सरकार ने राज्यों को अधिकार दे दिया था कि वह किसी मंदिर को अपने अधीन कर सकती है इस एक्ट के बनने पर आंध्र प्रदेश की सरकार ने 34 हजार मंदिरों को अपने अधीन ले लिया था जबकि पंजाब में भी कई शक्तिपीठ पंजाब सरकार के अधीन हुए थे। देशभर में कई हिंदू धार्मिक स्थल अलग-अलग सरकारों के अधीन हैं, जिस कारण हिंदुओं के स्थलों का पैसा हिंदुओं के हित में न लगकर अन्य आर्थिक व्यवस्थाओं पर खर्च हो रहा है
शर्मा ने कहा कि कई भूमाफिया हिन्दुओ के मंदिरों व उन की जमीनों पर कब्जा करके बैठे है वही हज़ारों ऐसे मंदिर है यहाँ मंदिर को मिलने वाली चढ़ावे की रकम में से 80 प्रतिशत गैर हिंदू कार्यो के लिए खर्च की जाती है मंदिरों के दान में भ्रष्टाचार का स्तर यह है कि कर्नाटक के दो लाख मंदिरों में से लगभग 50 हजार रखरखाव के अभाव में बंद हो गए हैं शर्मा ने कहा कि आचार्य चाणक्य का कहना था कि किसी धर्म को समाप्त करना हो तो उसके आश्रय स्थलों यानी मठ-मंदिरों आदि को समाप्त कर दो आज भारत में लगभग नौ लाख मंदिर हैं जिनमें चार लाख मंदिर सरकार के पास हैं

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